sidh kunjika - An Overview
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः
न सूक्तं नापि ध्यानम् च न न्यासो न च वार्चनम् ॥ २ ॥
धां धीं धूं धूर्जटेः पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति अष्टमोऽध्यायः
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंडबिहारहरियाणाराजस्थानमहाराष्ट्रगुजरातमध्य प्रदेशझारखंडछत्तीसगढ़दिल्ली एनसीआरपंजाब
Your browser isn’t supported anymore. Update it to have the finest YouTube experience and our most recent capabilities. Find out more
मारणं मोहनं वश्यं स्तंभनोच्चाटनादिकम् ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः
There isn't any have to recite Kavacham, Argala stotram, Kilakam or Rahasyakam Neither is it necessary to recite Suktam, Dhyanam, Nyasam and also there is no have to worship (all the above are preliminary stotras that should be recited right before examining of Devi Mahatmya). These traces condition that In the event the kunjika stotra is more info recited, there isn't any need to recite the any Other folks.
श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वादशोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः
मां दुर्गा की पूजा-पाठ में शुद्धता का विशेष ध्यान रखें. सुबह-शाम जब भी आप ये पाठ करें तो स्नान के बाद साफ वस्त्र धारण करें और फिर इसे शुरू करें.
न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम् ।